पवित्र बाइबल नया नियम का परिचय-कि लेखक कौन है और कब लिखा?

नया नियम उन रचनाओं का किताब है जिन का सम्बन्ध उस समझौते से है,जो परमेश्वर ने उन लोगों के साथ किया,जो प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास रखते हैं। नया नियम को सुसमाचार की किताब भी कहते हैं।यह अंतिम किताब अपने मार्ग दर्शक और सहायक यीशु मसीह तथा परमेश्वर की शक्ति द्वारा बुराई शक्तियों पर अंतिम विजय पाने के लिए विश्वासियों को आश्वस्त करता है।

पवित्र बाइबल में नये नियम की पुस्तकों को 4 भागों में बाँटा गया हैं:-

1.सुसमाचार का किताब

2.इतिहास – (प्रेरितों के काम) का किताब

3.पत्रियाँ का किताब

4.भविष्यवाणी का किताब ।

सुसमाचार का किताब का मतलब अच्छा समाचार है जिसमें हम कैसे प्रभु यीशु मसीह जन्म से मृत्यु तक उसका रहन- सहन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

सुसमाचार की चार किताब है:-

मत्ती = मत्ती - ईस्वी सन् 55

मरकुस = यूहन्ना मरकुस - ईस्वी सन् 50

लूका = लूका - ईस्वी सन् 60

यूहन्ना = यूहन्ना - ईस्वी सन् 90

इतिहास – (प्रेरितों के काम) का किताब में हम प्रेरितो के कार्य जो कि पवित्र आत्मा सबसे पहले कब आया कैसे आया? कलीसिया की शुरुआत कैसे हुई और वचन हर जगह कैसे फैला?

प्रेरितों के काम = लूका - ईस्वी सन् 65

पत्रियाँ का किताब कुल 21है:-

रोमियों, 1 कुरिन्थियों, 2 कुरिन्थियों, गलातियों, इफिसियों, फिलिप्पियों, कुलुस्सियों, 1 थिस्सलुनीकियों, 2 थिस्सलुनीकियों, 1 तीमुथियुस, 2 तीमुथियुस, तीतुस, फिलोमोन = पौलुस - ईस्वी सन् 50-70

इब्रानियों = अज्ञात्, अधिकांश सम्भावना पौलुस, लूका, बरनाबास, अपुल्लोस की है - ईस्वी सन् 65

याकूब = याकूब - ईस्वी सन् 45

1 पतरस, 2 पतरस = पतरस - ईस्वी सन् 60

1 यूहन्ना, 2 यूहन्ना, 3 यूहन्ना = यूहन्ना - ईस्वी सन् 90

यहूदा = यहूदा - ईस्वी सन् 60

भविष्यवाणी का किताब एक है :-

प्रकाशितवाक्य = यूहन्ना - ईस्वी सन् 90